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चर्चित करोड़ों रुपए के रजिस्ट्री फर्जीवाडे के मुख्य आरोपित केपी सिंह की जेल में मौत

Main accused KP Singh dies in jail
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Main accused KP Singh dies in jail

चर्चित करोड़ों रुपए के रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के मुख्य आरोपित में से एक केपी (कंवर पाल) सिंह की जेल में मौत (Main accused KP Singh dies in jail) हो गई। वह सहारनपुर जेल में बंद था। थाना कोतवाली नगर देहरादून में फर्जी रजिस्ट्री घोटालो से सम्बन्धित अभियोगों की विवेचना जनपद स्तर पर गठित एसआईटी द्वारा सम्पादित की जा रही है।

उक्त अभियोगो में अभियुक्त कुंवरपाल सिंह उर्फ के पी सिंह पुत्र बलवीर सिंह निवासी मोहल्ला सुताजपुर नकुरपुर सहारनपुर का नाम प्रकाश में आने पर एसआईटी द्वारा पूर्व में अभियुक्त के पी सिह को ‘वारण्ट बी’ पर न्यायालय में तलब कर अभियुक्त का 04 दिवस का ‘पुलिस कस्टडी रिमांड’ लिया गया था। यहां उससे रजिस्ट्री फर्जीवाड़े पर तमाम साक्ष्य पुलिस ने बरामद किए गए थे। केपी सिंह की मौत पर सहारनपुर जेल के अधिकारी अभी कुछ भी अधिक बोलने से बच रहे हैं।

केपी सिंह की मौत (Main accused KP Singh dies in jail) की पुष्टि जेल प्रशासन ने गुरुवार सुबह की :-

पुलिस सूत्रों के मुताबिक केपी सिंह की मौत की पुष्टि जेल प्रशासन ने गुरुवार सुबह की। बताया जा रहा है कि अभियुक्त के पी सिंह की जिला कारागार सहारनपुर में मृत्यु होना संज्ञान में आया। मामला संवेदनशील होने पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक देहरादून द्वारा वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सहारनपुर व वरिष्ठ अधीक्षक जिला कारागार सहारनपुर से टेलिफोनिक वार्ता की गई तो अभियुक्त के पी सिंह की मृत्यु प्रथम दृष्टता हाइपरटेंशन व हार्ट अटैक से होना ज्ञात हुआ।

खासकर केपी सिंह को रजिस्ट्री फर्जीवाड़े के तमाम किरदारों और आरोपित अधिवक्ता विरमानी के बीच की अहम कड़ी बताया जाता रहा है। 08 सितंबर को जब दून पुलिस केपी सिंह को बी-वारंट पर सहारनपुर जेल से दून लेकर आई थी, तब सीजेएम लक्ष्मण सिंह की कोर्ट ने उसकी चार दिन की पुलिस रिमांड मंजूर की थी। इस दौरान पुलिस ने उससे रजिस्ट्री फर्जीवाड़े को लेकर तमाम साक्ष्य एकत्रित किए थे।

खासकर देहरादून की जमीनों के रिकार्ड जब तक सहारनपुर में रहे उस अवधि में उनके साथ छेड़छाड़ किस तरह की गई या कितने अभिलेखों में यह फर्जीवाड़ा किया गया है या और कितने लोग इस खेल में शामिल हो सकते हैं, यह सब उगलवाने के लिए या साबित करने के लिए केपी सिंह अहम कड़ी था। केपी सिंह की मौत कई तरह के सवालों को भी जन्म दे रही है।

जिसके पश्चात अभियुक्त को वापस न्यायिक अभिरक्षा में निरूद्ध किया गया था। वर्तमान में अभियुक्त के पी सिंह जिला कारागार सहारनपुर में निरूद्ध था तथा जनपद देहरादून के अभियोगों में भी न्यायिक अभिरक्षा में था।

जनपद से एक टीम को विस्तृत जानकारी के लिए सहारनपुर रवाना किया गया है

अब वकील कमल विरमानी पर टिकी रजिस्ट्री फर्जीवाड़े की जांच :

देहरादून में डीएम दफ्तर के रिकॉर्ड रूम से दूसरों की जमीनों के दस्तावेजों को बदलकर अपने नाम दर्ज करने का खेल लम्बे समय से चल रहा था। इस मामले में सहारनपुर निवासी केपी सिंह और जेल में बंद चल रहे कमल विरमानी का नाम सबसे टॉप में है। जबकि गिरोह के बाकी सदस्य अलग अलग भूमिका निभाते थे।

लेकिन केपी सिंह की मौत के बाद अब रजिस्ट्री फर्जीवाड़े की जांच कमल विरमानी और उसके करीबियों के आसपास चलेगी। इसके अलावा अब तक कितनी रजिस्ट्री बदली गई, इसके बारे में केपी सिंह के बाद कमल विरामनी को सबसे ज्यादा जानकारी बताई जा रही है।

 

 

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