राज्य कर विभाग
हर्षिता टाइम्स।
सीएम की सख्ती के बाद मंत्रालयों में खलबली मची। वित्त मंत्री प्रेम चंद अग्रवाल ने जीएसटी चोरी की शिकायतों पर राज्य कर विभाग के तीन अधिकारियों को निलंबित किया गया। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की मंजूरी के बाद अफसरों को निलंबित किया गया है। तीनों प्रवर्तन दल में थे।
अब राज्य कर विभाग के तीन अफसरों को जीएसटी चोरी रोकने में लापरवाही बरतने पर सस्पेंड किए जाने की कारवाई के बाद कई मंत्रालयों में खलबली है।
बताते चले कि सीएम पुष्कर सिंह धामी को पूर्व में गोपनीय सूचना मिली थी कि रेलवे पार्सल के जरिये बाहरी राज्यों से आ रहे सामान में टैक्स चोरी की जा रही है। इसी वर्ष मई माह में शासन ने तीनों अधिकारियों को रेलवे के माध्यम से आने वाले माल की जांच करने के निर्देश दिए थे। जून को भी राज्य कर मुख्यालय को जीएसटी चोरी होने की गोपनीय सूचना मिलने पर अधिकारियों को सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
9 जुलाई को प्रशासन और विभाग की संयुक्त टीम ने देहरादून रेलवे स्टेशन पर छापा मारा तो बिना बिल के भारी मात्रा में सामान जब्त किया गया। छापे में तीनों अफसरों की कारगुज़ारी भी सामने आई।
कर विभाग में पहली बार बड़े अफसरों पर कारवाई से हलचल है। बताया जा रहा है कि यह पूरी कार्रवाई मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को मिली गोपनीय शिकायत के आधार पर की गई। जानकारी है कि जब संयुक्त टीम ने रेलवे स्टेशन पर छापा मारा तो जब्त सामान में 65.29 लाख रुपये की जीएसटी चोरी की कलई खुली और जिम्मेदार अफसरों की कारगुजारी भी सामने आई।
राज्य कर विभाग तीन अफसर जो हुए सस्पेंड :-
सचिव वित्त दिलीप जावलकर ने बताया कि संयुक्त आयुक्त प्रवर्तन वीपी सिंह, सहायक आयुक्त सचल दल इकाई डॉ. कुलदीप सिंह और उपायुक्त प्रवर्तन यशपाल सिंह को निलंबित कर दिया। निलंबन अवधि में वीपी सिंह को अपर आयुक्त राज्य कर मुख्यालय और कुलदीप सिंह व यशपाल सिंह को संयुक्त आयुक्त कार्यालय देहरादून संभाग में संबद्ध किया गया है।