अल्मोड़ा। उच्च पर्वतीय क्षेत्रों में बारिश से उफनाया रामगंगा का सहायक बरसाती नागाड़ गधेरा स्कूटी सवार होमगार्ड के जवान को बहा ले गया। वह तडक़े ड्यूटी कर अपने गांव लौट रहा था। गधेरा पार करते वक्त हादसा हो गया। सौ मीटर दूर स्कूटी बरामद कर ली गई। मगर जवान का कोई पता नहीं लगा है। पुलिस व ग्रामीणों ने भिकियासैंण तक सर्च अभियान चलाया। दोपहर एसडीआरएफ के गोताखोरों ने भी ऑपरेशन शुरू कर दिया। दुर्घटना तडक़े साढ़े चार बजे के आसपास की है। सौनगांव निवासी मोहन सिंह का 24 वर्षीय पुत्र राकेश किरौला ड्यूटी पूरी करने के बाद स्कूटी यूके 01 सी 7131 से घर की ओर निकला। रातभर भारी बारिश से नागाड़ गधेरा उफान पर था। अंधेरा होने के कारण राकेश तेज बहाव का अंदाजा न लगा सका। गधेरा पार करते वक्त पानी के थपेड़े उसे मय वाहन बहा ले गए। ग्रामीणों की सूचना पर तहसीलदार हेमंत कुमार मेहरा व एसओ अशोक कांडपाल राहत व अचाव दल लेकर पहुंचे। ग्रामीणों के साथ मासी से भिकियासैंण तक 16 किमी के दायरे में रामगंगा नदी क्षेत्र में घंटों तलाशी अभियान चलाया गया। एसडीआरएफ की टीम भी सर्च में जुट गई है। उधर परिजनों को चिंता सताने लगी है। राकेश सिंह आठ माह पूर्व ही होमगार्ड में भर्ती हुआ। वह परिवार में सबसे छोटा है। बड़ा भाई उमेश सिंह किरौला बीएसएनएल अल्मोड़ा में कार्यरत है।
सुबह करीब साढ़े पांच बजे आसपास ही रहने वाले राजेंद्र कुमार व चंदन प्रसाद रोज की तरह दौड़ के लिए निकले। रामगंगा क्षेत्र में दूर उन्होंने जलमग्न स्कूटी की बैकलाइट जली देखी। जोखिम उठाकर दोनों मौके पर पहुंचे। स्कूटी का नंबर पहचाना तो ग्रामीणों को बताया। तब राकेश की तलाश शुरू की गई।