उत्तराखंड में तेज बारिश का दौर जारी है। इसके चलते नदी नाले उफान पर आ गए हैं। रविवार को उत्तरकाशी जिले में देर शाम शुरू बारिश कहर बनकर टूटी। मुख्यालय के निकटवर्ती गांव निराकोट और कंकराड़ी में बादल फटने के बाद उफान के साथ आया मलबा घरों में घुस गया। इससे दो मकान, एक मोटर पुल और कई पैदल मार्ग ध्वस्त हो गए, जबकि बच्ची सहित तीन महिलाओं की मकान के मलबे में दलने से मौत हो गई। एक व्यक्ति गदेरे में बहने से लापता है। तीनों के शवों को सुबह निकाल लिया गया। वहीं तीन घायल व्यक्तियों को उपचार के लिए उत्तरकाशी जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। सूचना पर रेस्क्यू टीम मौके पर पहुंची और राहत-बचाव शुरू कर दिया। हालांकि अंधेरा होने के कारण टीम को परेशानी झेलनी पड़ी। टिहरी के भिलंगना ब्लाक बादल फटने से मेढ़ गांव में तबाही की सूचना है। यहां कुछ घर भूस्खलन से ध्वस्त होने की सूचना है।
वहीं, मौसम विभाग ने आज सोमवार 19 जुलाई को भी भारी बारिश की चेतावनी दी है। वहीं, बारिश और भूस्खलन से प्रदेश में मलबा आने से 50 से ज्यादा संपर्क मार्ग बंद हैं। नदियों के जलस्तर में भी वृद्धि हुई है। हालांकि अभी ये खतरे के निशान से नीचे बह रही हैं। राज्य मौसम विज्ञान केंद्र के अनुसार अगले 24 घंटे भारी गुजर सकते हैं।
बारिश ने दून में भी दुश्वारियां बढ़ा दी
जलभराव के चलते सड़कें तालाब बन गईं तो कई जगह घरों और दुकानों में भी पानी घुस गया। इसके अलावा कुछ सड़कों और भवनों को नुकसान पहुंचने की भी सूचना है। भू-धंसाव के चलते नदियों के किनारे और आवासीय कालोनियों में बने कई पुश्ते भी खिसक गए।