उत्तराखंड स्वास्थ्य

एम्स चिकित्सकों ने किया एवीएसडी की सफल हार्ट सर्जरी 

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क्या है ए.वी.एस.डी बीमारी

यह एक जन्मजात दिल की बीमारी है। जिसमें दिल के अंदर की बनावट पूरी नहीं होती है। यह दो प्रकार से होता है। पार्शियल या कम्प्लीट। इस बीमारी में मनुष्य के दिल में एक या दो छेद होने के साथ ही दो वाल्व भी अधूरे विकसित होते हैं, जो कि लीक करने लगते हैं। इस स्थिति में दिल में दो छेद वाले बच्चों का जन्म से पहले साल में ही ऑपरेशन करना होता है अन्यथा यह बीमारी लाइलाज हो जाती है। मगर दिल में एक छेद वाले (प्राइमम एएसडी) रोग से ग्रसित बच्चे जब कुछ बड़े हो जाते हैं, उन्हें इसके बाद इस बीमारी से दिक्कत बढ़ने लगती है।

ऋषिकेश। एम्स ऋषिकेश के सीटीवीएस विभाग के चिकित्सक इन दिनों छोटे बच्चों व युवाओं के दिल के जटिल ऑपरेशन सफलतापूर्वक अंजाम दे रहे हैं। विभाग में ए.वी.एस.डी नामक गंभीर बीमारी से ग्रसित तीन मरीजों की सफल सर्जरी पर एम्स निदेशक प्रोफेसर रवि कांत ने चिकित्सकों की प्रशंसा की और उन्हें और मरीजों की सेवा और बेहतर ढंग से करने के लिए प्रोत्साहित किया। निदेशक एम्स ने कहा कि संस्थान में मरीजों को वर्ल्डक्लास स्वास्थ्य सेवाएं मुहैया कराई जा रही हैं,जिससे उन्हें किसी भी मर्ज के इलाज के लिए उत्तराखंड से बाहर के अस्पतालों में अपने उपचार के लिए परेशान नहीं होना पड़े। इस जटिल शल्य चिकित्सा को अंजाम देने वाले पीडियाट्रिक कार्डियक सर्जन डा. अनीश गुप्ता ने बताया ​कि इस 20 वर्षीय युवक के दिल में छेद होने के साथ ही दो वाल्व लीक कर रहे थे, इसकी वजह इन वाल्व का जन्म से ही पूर्णरूप से विकसित नहीं होना था। इस ऑपरेशन में हार्ट के ब्लॉक होने एवं पेसमेकर डालने का भी खतरा होता है। मगर डा. अनीश ने चिकित्सकीय टीम के सहयोग से इस ऑपरेशन को सफलतापूर्वक अंजाम दिया है।

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