देहरादून, 18 जनवरी, 2021। आप प्रदेश अध्यक्ष एस एस कलेर ने उत्तराखंड के पहाड़ों से लगातार बढ़ते पलायन पर चिंता जाहिर की है। कलेर ने कहा कि आज राज्य को बने 20 साल का वक्त हो चुका, है लेकिन हालात आज भी वहीं है जो सालों पहले थे। इन हालातों के लिए उन्होंने राज्य की बीजेपी कांग्रेस सरकारों को मुख्य जिम्मेदार बताया, उन्होंने सूबे के विकास के बारे में नहीं सोचा। पहाड़ों तक मूलभूत सुविधाओं को पहुंचाने पर नाकाम होने के चलते आज पिछले 10 सालों में पांच लाख से ज्यादा लोग पलायन कर चुके हैं ।
आप अध्यक्ष श्री कलेर ने बताया कि राज्य सरकार पलायन को रोकने में पूरी तरह से नाकाम है। उन्होंने कहा कि मैदानी क्षेत्रों में बढ रही आबादी और खाली होते पहाड आने वाले समय में प्रदेश की तस्वीर और पहचान दोनो ही बदल देंगे। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड एक पहाडी राज्य है ,लेकिन पहाडों में सरकार द्वारा लोगों को मूलभूत सहूलियतें ना देना इसका सबसे बडा कारण है। आज भी पहाडों में स्वास्थ्य, सडक, बिजली, पानी की किल्लत से लेकर शिक्षा की बिगडी स्थिति लोगों को पलायन करने पर मजबूर कर रही है। उन्होंने कहा कि आज इस प्रदेश को बने हुए पूरे 20 वर्ष हो चुके हैं। लेकिन 20 वर्षों के इस राज्य में आज भी ऐसी व्यवस्थाएं विकसित नहीं की गई हैं ,जिनकी वजह से पलायन को रोका जा सके। पलायन इस प्रदेश में उस दीमक की भांति है, जो प्रदेश को अंदर से खोखला कर चुका है। उन्होंने कहा कि यहां एक कहावत प्रचलित है, कि पहाड का पानी और जवानी कभी पहाड के काम नहीं आती। लेकिन इस कहावत के लिए आखिर जिम्मेदार कौन है। इसकी जिम्मेदार हैं यहां सत्ता में रही सरकारें ,जिन्होंने इस गंभीर बीमारी पर कभी ध्यान नहीं दिया। आज पहाडों में स्कूल ,अस्पताल,सडकें तो जरुर बना दी गई हैं ,लेकिन न तो वहां डाॅक्टर, न ही शिक्षक और न ही गुणवत्ता देखने को मिलती है। आज भी पहाडों में महिलाओं को प्रसव करवाने दूर किसी सामुदायिक केन्द्र में ले जाना पडता है। जहां सफर के दौरान कई दर्दनाक घटनाएं घटित हो चुकी हैं। स्कूलों के हाल इतने बुरे हैं कि लोगों को मजबूरन अपने बच्चों की शिक्षा के लिए पलायन करना पडता है।