ऑनलाइन सेवा
हर्षिता टाइम्स।
देहरादून, 10 जुलाई। प्रदेश की महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास मंत्री रेखा आर्या ने एक दिवसीय “STATE CONSULTATION PROTECTION ON ONLINE CHILD SEXUAL ABUSE” कार्यशाला में मुख्य अतिथि के रूप में शिरकत की। कार्यक्रम में आये विभिन्न वक्ताओं ने ऑनलाइन सेवा बाल यौन शोषण और उससे बच्चों पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव के बारे में अपने विचार प्रकट किए।
रेखा आर्या ने कहा कि आज के दौर में इस प्रकार की कार्यशाला होती रहनी चाहिए। इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए सभी संस्थाओं व समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों को एकजुट होना होगा।
मुख्य अतिथि रेखा आर्या ने अपने संबोधन में कहा कि निश्चित ही आज के आधुनिक समय में बच्चे ऑनलाइन सेवा व इन्टरनेट के अत्याधिक उपयोग के कारण ऑनलाइन शोषण का शिकार हो रहे हैं, जो कि एक चिंतनीय विषय है, हमे बच्चों को इसके प्रति रोकने के लिए कार्य करना होगा।
मंत्री रेखा आर्या ने कहा :-
मंत्री रेखा आर्या ने कहा कि मेरा मानना है कि एक देश के रूप में हमें बच्चों के विरुद्ध हिंसा और यौन उत्पीडऩ के प्रति शून्य सहनशीलता की अवधारणा विकसित करनी होगी। क्योंकि बच्चे हमारे देश का भविष्य हैं, उनकी सुरक्षा करना हमारे परिवार, समाज और देश की सबसे अहम जिम्मेदारी है, इस जिम्मेदारी को निभाने के लिए सभी संस्थाओं व समाज के जिम्मेदार व्यक्तियों को एकजुट होना होगा।
उन्होंने कहा कि आज जिस प्रकार से टेक्नोलॉजी का इस्तेमाल हो रहा है। भले ही वह लाभदायक है, लेकिन फिर भी हमारे बच्चो में कहीं न कहीं उसका दुष्परिणाम देखने को मिल रहा है।
साथ ही उन्होंने कहा कि इस प्रकार की कार्यशाला के आयोजन आज के समय मे नितांत जरूरी हैं ।ऐसे आयोजनों से हमारे बच्चे जो कि देश का भविष्य हैं उन्हें इसके दुष्परिणाम के बारे में पता चलता है।
इस अवसर पर कार्यक्रम में पूर्व DGP उत्तर प्रदेश ओपी सिंह, पूर्व DGP उत्तराखंड अनिल रतूड़ी, राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग की अध्यक्षा डॉ. गीता खन्ना, आयोग के सदस्य दीपक गुलाटी, सचिव महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास हरिचंद सेमवाल, भाजयुमो राष्ट्रीय उपाध्यक्ष नेहा जोशी सहित पुलिस अधिकारी, विभागीय अधिकारी और गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।